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यहां एक सामान्य श्रीखंड महादेव यात्रा itinerary दी जा रही है, जो यात्रा के महत्वपूर्ण पड़ावों और दिनों के अनुसार विभाजित है।

Day 1: शिमला/रामपुर से सिंगगढ़
  • शिमला/रामपुर से सिंगगढ़ की यात्रा: यात्रियों को शिमला या रामपुर से सिंगगढ़ गाँव तक ड्राइव करनी होती है।

  • समय: लगभग 6-7 घंटे की ड्राइव।

  • विशेष कार्य: सिंगगढ़ पहुंचकर रात को विश्राम करें। अगले दिन की यात्रा की तैयारी करें। यहाँ से पैदल यात्रा शुरू होगी।

Day 2: सिंगगढ़ से थाचड़ू (13 किलोमीटर ट्रेक)
  • सिंगगढ़ से थाचड़ू: सुबह जल्दी यात्रा की शुरुआत करें। यात्रा का पहला चरण सिंगगढ़ से थाचड़ू तक होता है, जो 13 किलोमीटर का ट्रेक है।

  • मुख्य पड़ाव: बाराटी नाला, सिंगगढ़ से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

  • यात्रा का समय: 6-8 घंटे।

  • रात का विश्राम: थाचड़ू में।

Day 3: थाचड़ू से भीम द्वार (10 किलोमीटर ट्रेक)
  • थाचड़ू से भीम द्वार: यात्रा का दूसरा चरण थाचड़ू से भीम द्वार तक है। यह रास्ता काफी कठिन और संकरा है।

  • मुख्य पड़ाव: काली घाटी, जो यात्रा के दौरान सबसे कठिन चढ़ाई में से एक है।

  • यात्रा का समय: 7-8 घंटे।

  • रात का विश्राम: भीम द्वार में।

Day 4: भीम द्वार से श्रीखंड महादेव शिखर और वापसी भीम द्वार (18 किलोमीटर ट्रेक)
  • भीम द्वार से श्रीखंड महादेव: सुबह जल्दी यात्रा शुरू करें। भीम द्वार से श्रीखंड महादेव तक की चढ़ाई सबसे कठिन मानी जाती है।

  • मुख्य स्थल: नैन सरोवर, जो रास्ते में पड़ता है, यह पवित्र झील है जहाँ यात्री स्नान करते हैं।

  • शिखर पर पहुँचने का समय: 5-6 घंटे।

  • श्रीखंड महादेव के दर्शन: शिखर पर पहुँचकर भगवान शिव के दर्शन करें और फिर वापसी की यात्रा शुरू करें।

  • वापसी भीम द्वार: शाम तक भीम द्वार वापस लौटें और रात यहाँ बिताएं।

Day 5: भीम द्वार से सिंगगढ़ (23 किलोमीटर ट्रेक)
  • भीम द्वार से वापसी यात्रा: सुबह जल्दी यात्रा शुरू करें और थाचड़ू होते हुए सिंगगढ़ वापस पहुँचें।

  • यात्रा का समय: 8-10 घंटे।

  • विश्राम: सिंगगढ़ में रात बिताएँ।

Day 6: सिंगगढ़ से रामपुर/शिमला
  • सिंगगढ़ से शिमला या रामपुर वापस लौटें

  • यात्रा का समय: 6-7 घंटे।

  • यात्रा का समापन: शिमला या रामपुर में यात्रा समाप्त होती है।

यात्रा के मुख्य बिंदु:
  • श्रीखंड महादेव यात्रा में भक्तों को हर दिन सुबह जल्दी यात्रा शुरू करनी चाहिए ताकि समय पर गंतव्य तक पहुँच सकें।

  • यह यात्रा कठिन है, इसलिए शारीरिक और मानसिक रूप से तैयारी ज़रूरी है।

  • यात्रा के दौरान भोजन, पानी और चिकित्सा सामग्री लेकर चलना आवश्यक है, क्योंकि रास्ते में सुविधाएं सीमित होती हैं।

  • स्थानीय प्रशासन से आवश्यक अनुमति लेना जरूरी है और यात्रा के लिए पंजीकरण करना अनिवार्य है।

यात्रा का कुल समय:
  • 6 दिन, जिनमें से 4 दिन ट्रेकिंग के होते हैं और बाकी यात्रा ड्राइविंग के लिए होती है।

श्रीखंड महादेव यात्रा जाने का रास्ता